FD Investment के फायदे और नुकसान (2025 Guide)

Fixed Deposit (FD) भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला निवेश विकल्प है। यह सुरक्षित, आसान और निश्चित रिटर्न देने वाला साधन है। लेकिन हर निवेश की तरह FD के भी अपने फायदे और नुकसान हैं। आइए विस्तार से जानते हैं।
FD Investment के फायदे
- सुरक्षित निवेश: FD एक कम जोखिम वाला निवेश है क्योंकि इसमें बाजार की उतार-चढ़ाव का असर नहीं पड़ता।
- निश्चित ब्याज दर: निवेश के समय तय की गई ब्याज दर पूरी अवधि तक स्थिर रहती है।
- लचीली अवधि: FD की अवधि 7 दिन से लेकर 10 साल तक हो सकती है।
- Tax Saving विकल्प: 5 साल की Tax Saving FD पर आयकर धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट मिलती है।
- लोन सुविधा: FD के खिलाफ आसानी से लोन लिया जा सकता है।
- Senior Citizens के लिए Extra Interest: वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त ब्याज दर मिलती है।
FD Investment के नुकसान
- Inflation Risk: अगर महंगाई दर FD ब्याज दर से ज्यादा है तो वास्तविक रिटर्न कम हो जाता है।
- Liquidity की कमी: समय से पहले FD तोड़ने पर पेनल्टी लग सकती है।
- Fixed Returns: इसमें Equity या Mutual Funds की तरह उच्च रिटर्न की संभावना नहीं होती।
- Taxable Interest: FD से मिलने वाला ब्याज आयकर के दायरे में आता है।
FD कब चुनें?
- अगर आप Risk Free Investment चाहते हैं।
- अगर आपको गैर-जरूरी फंड को सुरक्षित रखना है।
- अगर आप Tax Saving Option चाहते हैं।
- Emergency Fund के लिए भी FD अच्छा विकल्प हो सकता है।
निष्कर्ष
FD Investment सुरक्षित और निश्चित रिटर्न देने वाला विकल्प है, लेकिन इसमें Inflation और Tax का असर पड़ सकता है। 2025 में निवेशक अपनी जरूरत और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार FD को चुन सकते हैं।
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