GST Composition Scheme 2025 – पूरी जानकारी

GST Composition Scheme छोटे व्यापारियों और सेवा प्रदाताओं के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष टैक्स योजना है। इसका उद्देश्य छोटे व्यवसायों पर टैक्स अनुपालन (Compliance) का बोझ कम करना है।
GST Composition Scheme क्या है?
इस योजना के तहत छोटे व्यापारियों को हर महीने GST Return फाइल करने की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि उन्हें कम टैक्स रेट पर सीधे सरकार को टैक्स जमा करना होता है।
कौन Composition Scheme का लाभ ले सकता है?
- जिनका सालाना टर्नओवर ₹1.5 करोड़ (₹75 लाख नॉर्थ-ईस्ट और पहाड़ी राज्यों में) से कम है।
- छोटे व्यापारी और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स।
- रेस्टोरेंट (Alcoholic Drinks को छोड़कर)।
- 2025 से कुछ सेवा प्रदाता भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
कौन इस योजना में शामिल नहीं हो सकते?
- Inter-State व्यापार करने वाले।
- ई-कॉमर्स ऑपरेटर।
- Import-Export करने वाले।
- Pan Masala, Tobacco, Ice Cream जैसी वस्तुओं के सप्लायर।
GST Composition Scheme के टैक्स रेट (2025)
- Manufacturers: 1%
- Traders (व्यापारी): 1% (0.5% CGST + 0.5% SGST)
- Restaurants: 5%
- Service Providers: 6% (Turnover लिमिट अनुसार)
Return Filing Process (Composition Scheme)
- GSTR-4: सालाना एक बार फाइल करना होता है।
- CMP-08: हर तिमाही (Quarterly) टैक्स भुगतान।
Composition Scheme के फायदे
- कम टैक्स रेट पर टैक्स भुगतान।
- Compliance और Return Filing में आसानी।
- छोटे व्यापारियों के लिए कैश फ्लो में सुविधा।
- कम अकाउंटिंग और पेपरवर्क।
Composition Scheme के नुकसान
- Input Tax Credit (ITC) का लाभ नहीं मिलता।
- Inter-State सप्लाई नहीं कर सकते।
- बड़े क्लाइंट्स के साथ व्यापार करने में कठिनाई।
निष्कर्ष
GST Composition Scheme 2025 छोटे व्यापारियों के लिए बेहद उपयोगी है। यदि आपका टर्नओवर सीमा के अंदर है तो यह योजना टैक्स अनुपालन को आसान बनाती है, लेकिन यदि आप बड़े स्तर पर कारोबार करना चाहते हैं तो नियमित GST योजना बेहतर रहेगी।
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