GST Penalty & Late Fees 2025 – पूरी जानकारी

GST Penalty और Late Fees तब लगती है जब टैक्सपेयर समय पर GST Return फाइल नहीं करता, टैक्स का भुगतान देर से करता है या किसी नियम का उल्लंघन करता है। 2025 में सरकार ने इसे और स्पष्ट किया है ताकि टैक्स अनुपालन (Compliance) बेहतर हो।
GST Late Fees क्या है?
यदि कोई टैक्सपेयर निर्धारित समय सीमा में GST Return फाइल नहीं करता, तो उसे लेट फीस देनी पड़ती है।
Late Fees की दरें (2025)
- Normal Return (GSTR-1, GSTR-3B): ₹50 प्रति दिन (₹25 CGST + ₹25 SGST)
- Nil Return: ₹20 प्रति दिन (₹10 CGST + ₹10 SGST)
- Maximum Limit: ₹5,000 प्रति Return
GST Penalty क्या है?
Penalty टैक्स चोरी, गलत जानकारी देने या फर्जी इनवॉइस जारी करने पर लगती है।
Penalty के प्रमुख मामले
- GST Registration नहीं कराया: देय टैक्स का 10% या न्यूनतम ₹10,000
- Tax Evasion (टैक्स चोरी): देय टैक्स का 100%
- गलत GST Return फाइल करने पर: ₹10,000 या टैक्स की 10% राशि
- फर्जी ITC क्लेम करने पर: बराबर राशि की Penalty + Prosecution
Interest on Late Payment
- यदि टैक्स देरी से चुकाया गया है तो 18% प्रति वर्ष ब्याज देना पड़ता है।
- गलत ITC क्लेम करने पर ब्याज दर 24% तक।
2025 में GST Penalty से जुड़े बदलाव
- ई-इनवॉइस न बनाने पर पेनल्टी अब और सख्त।
- छोटे व्यापारियों के लिए लेट फीस में आंशिक राहत।
- डिजिटल मॉनिटरिंग के कारण फर्जी ITC क्लेम पकड़ना आसान हुआ।
लेट फीस और Penalty से कैसे बचें?
- समय पर GST Returns फाइल करें।
- GST Payment Due Date से पहले टैक्स जमा करें।
- वैध इनवॉइस और अकाउंटिंग रिकॉर्ड रखें।
- सप्लायर की GST Compliance चेक करें।
निष्कर्ष
GST Penalty & Late Fees 2025 टैक्स नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी हैं। यदि आप समय पर GST Return और Payment करते हैं तो इन अतिरिक्त खर्चों से आसानी से बचा जा सकता है।
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